भारत के आम चुनाव 2024: छह चरणों में मतदान:
भारत में 2024 के आम चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में आयोजित किए जा रहे हैं। इन चुनावों में लगभग 970 million मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें से 471 million महिलाएं हैं। यह चुनाव 543 लोकसभा सीटों के लिए हो रहे हैं, जिसमें किसी भी पार्टी या गठबंधन को बहुमत के लिए 272 सीटों की आवश्यकता होती है।
चुनाव कार्यक्रम:
पहला चरण (19 अप्रैल):
– इसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप और पुडुचेरी के निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।
दूसरा चरण (26 अप्रैल) :
– असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और जम्मू-कश्मीर के 89 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।
तीसरा चरण (7 मई):
– इसमें असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, और जम्मू-कश्मीर के निर्वाचन क्षेत्र शामिल होंगे।
चौथा चरण (13 मई):
– आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और जम्मू-कश्मीर के 96 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।
पांचवां चरण (20 मई):
– इसमें बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, और लद्दाख के 49 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।
छठा चरण (25 मई) :
– बिहार, हरियाणा, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और दिल्ली के 57 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।
सातवां और अंतिम चरण (1 जून):
– बिहार, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और चंडीगढ़ के 57 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।
प्रमुख मुद्दे:
इस बार के चुनावों में मुख्य मुद्दे रोजगार, आर्थिक प्रदर्शन, किसान समस्याएं, नागरिकता कानून, और धार्मिक प्राथमिकताएं हैं। कई विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह संघीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रही है।
सुरक्षा और प्रबंधन:
चुनाव आयोग ने 15 million सरकारी कर्मचारियों को नियुक्त किया है, जो voting मशीनों की सुरक्षा और मतदान की प्रक्रिया का संचालन करेंगे। विभिन्न स्थानों पर मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें जंगल, समुद्री कंटेनर, और अन्य दूरस्थ स्थान शामिल हैं।
संभावित परिणाम:
मतदान पूर्व सर्वेक्षणों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी तीसरे कार्यकाल की ओर बढ़ रही हैं। मोदी सरकार ने कई समाजवादी परियोजनाओं और हिंदू प्रधान समाज के अपने दृष्टिकोण के चलते समर्थन पाया है।
यह चुनाव लोकतंत्र के इस “महान पर्व” के रूप में देखा जा रहा है, जिसे सुरक्षित और सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं।
भारत में 2024 के आम चुनाव के छठे चरण का मतदान संपन्न हो गया है। इस चरण में 59 सीटों के लिए मतदान हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड जैसे राज्यों के क्षेत्र शामिल थे।
मतदान का प्रतिशत पिछले चुनावों की तुलना में अधिक रहा, जो लोकतंत्र के प्रति जनता की बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है। इस चरण में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रक्रिया को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए विशेष इंतजाम किए थे।
मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी गठबंधन के बीच रहा। सभी प्रमुख दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए जोर-शोर से प्रचार किया था।
छठे चरण के मतदान के बाद अब सभी की निगाहें नतीजों पर हैं, जो यह निर्धारित करेंगे कि अगली सरकार किसकी बनेगी। मतदान के अंतिम चरण और परिणाम की घोषणा का इंतजार पूरे देश को है।
2024 के भारतीय आम चुनाव में कई महत्वपूर्ण घटनाएं और घटनाक्रम देखने को मिले हैं। मतदान के छठे चरण में, उल्लेखनीय घटनाओं में दिल्ली में हुई लड़ाई शामिल है, जहां हाल ही में जमानत पर रिहा हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। दिल्ली में पहले से ही दबदबा रखने वाली भाजपा को आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस गठबंधन से कड़ी चुनौती मिल रही है।